मुंबई और पुणे में भारी बारिश: स्कूलों की छुट्टियाँ और जनजीवन पर असर
जुल॰, 25 2024महाराष्ट्र में भारी बारिश का कहर
महाराष्ट्र में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश का सिलसिला जारी है, जिसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। खासकर पुणे और मुंबई में हालात काफी गंभीर हो गए हैं। जहां एक तरफ पुणे में बारिश से जुड़े हादसों में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं दूसरी तरफ मुंबई में पानी भरने और यातायात सेवा में बाधा के कारण लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
पुणे में स्थिति गंभीर
पुणे में मूसलधार बारिश के कारण खिड़कियां और छतें ध्वस्त हो गईं, जिसमें चार व्यक्तियों की जान चली गई। इस विपरीत परिस्थिति को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट ने स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। अत्यधिक बारिश के कारण खडकवासला डैम से मुथा नदी में पानी छोड़ा गया है, जिसके चलते कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालत बन गए हैं। प्रशासन ने फायर ब्रिगेड की मदद से नावों के माध्यम से सुरक्षित जगहों पर लोगों को पहुंचाया।
मुंबई में भारी बारिश का असर
मुंबई में भीषण बारिश ने पूरे शहर का नक्शा बदल कर रख दिया है। शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। बारिश इतनी तेज है कि कुछ फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा और कई स्कूलों को बंद करना पड़ा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ घंटों में 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ भी चल सकती हैं, जिससे स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने सुबह 10:20 बजे एक वॉर्निंग जारी की थी, जिसमें पालघर, रत्नागिरी, परभणी, अहमदनगर, धाराशीव, नांदेड़, लातूर और सतारा के घाट क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई थी। इस चेतावनी को ध्यान में रखते हुए रायगढ़ जिले और पालघर जिले के वाडा और विक्रमगढ़ तालुकाओं में स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी की घोषणा की गई है।
प्रभावित स्थानों की स्थिति
मुंबई शहर, पूर्वी उपनगर और पश्चिमी उपनगर में 44 मिमी, 90 मिमी और 88 मिमी बारिश दर्ज की गई है जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसा अनुमान है कि यह स्थिति और भी खराब हो सकती है, इसलिए स्थानीय नागरिकों को सावधान रहने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी जा रही है।
बारिश की इस समस्या ने न केवल जनता के दैनिक जीवन को प्रभावित किया है बल्कि शिक्षा और परिवहन प्रणाली को भी ठप कर दिया है।
बचाव और राहत कार्य
प्रशासनिक अधिकारी और राहत दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं और लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है और लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है। महाराष्ट्र सरकार ने प्रभावित जिलों में सभी सत्रों को रद्द कर दिया है और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सरकारी और निजी कार्यालयों को बंद कर दिया गया है।
सावधानी और उपाय
विभिन्न जिलों में राहत कार्य जारी है और कई आगाप्रवासी सेवाएं तैनात की गई हैं। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित स्थानों पर रहने का प्रयास करें। अत्यधिक बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।
इस प्रकार महाराष्ट्र की बारिश ने गंभीर परिस्थिति उत्पन्न कर दी है, जिसमें प्रशासनिक तैयारी और लोगों की सतर्कता अत्यधिक महत्वपूर्ण है।