न्यूज़ीलैंड ने दुबई में भारत को 58 रन से हराया – महिला T20 विश्व कप 2024 की बड़ी जीत

न्यूज़ीलैंड ने दुबई में भारत को 58 रन से हराया – महिला T20 विश्व कप 2024 की बड़ी जीत सित॰, 27 2025

मैच का मालिकाना हक्का – न्यूज़ीलैंड की तगड़ी शुरुआत

दुबई इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम में फैला हुआ माहौल जबरदस्त था। भारतीय टीम को प्री‑टूर्नामेंट फेवरिट्स माना गया था, पर टॉस जीतने के बाद न्यूज़ीलैंड ने तुरंत खेल का स्वर बदल दिया। 20 ओवर में 160/4 बनाकर उन्होंने एक ठोस लक्ष्य स्थापित किया, जिसमें कप्तान सोफ़ी डिवाइन ने 57 रन बिना आउट हुए केवल 36 गेंदों में बनाए। डिवाइन का आक्रामक खेल, तेज़ रफ़्तार शॉट्स और बेहतरीन रनों की घात ने भारतीय बॉक्सिंग को पहले ही पावरप्ले में बिखेर दिया।

ओपनर जॉर्जिया प्लिमर और सुज़ी बेट्स ने 67 रन की शुरुआती साझेदारी बना कर मंच तैयार किया। बेट्स ने 27 रन जोड़े, लेकिन जल्द ही उनका वक़्त समाप्त हो गया। प्लिमर और डिवाइन ने क्रमशः 45 और 57* बनाकर स्कोरबोर्ड पर दबाव बना रखा। न्यूज़ीलैंड ने 150 रनों का लक्ष्य ही नहीं, बल्कि 160 तक पहुंचकर बार-बार अपनी बीटिंग शक्ति का प्रदर्शन किया।

भारत की क्विक‑ड्रॉप और न्यूज़ीलैंड की बॉलिंग रॉकस्टार्स

भारत की क्विक‑ड्रॉप और न्यूज़ीलैंड की बॉलिंग रॉकस्टार्स

भारत के पास रेनुका ठाकुर सिंह और अरुंधती रेड्डी जैसी अनुभवी गेंदबाजें थीं, पर उनका इनिंग में असर कम रहा। पावरप्ले में किवी टीम ने 9+ रनों की दर से स्कोर चलाया, जिससे भारतीय बॉलर्स को ग्रुप पर पकड़ नहीं बनी। विशेष रूप से रॉज़मेरी मेयर ने 4 विकेट 19 रन देकर मैच में फुल बॉलिंग शो दिया। लीटा टहूहु ने 3 विकेट और एडेन्‍ कार्सन ने 2 विकेट लेकर भारत की बैटिंग लाइन‑अप को लगातार तोड़ा।

भारत के ओपनर शफलि वर्मा और स्मृति मंडाना दोनों ही शुरुआती ओवर में ही लेगस्पिनर एडेन्‍ कार्सन के हाथों फर्स्ट बॉल पर आउट हो गए। हार्मनप्रीत कौर का वापसी कॉकटेल एक तड़का लगा, पर उनके बाद कोई भी मजबूत साझेदारी नहीं बन पाई। 102 रन बनाकर भारत 19 ओवर में ही सभी आउट हो गया, जब उन्हें लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 75 रन 36 गेंदों में चाहिए थे। पोया वस्त्रकार ने आखिरी ओवर में कुछ रन तोड़े, पर टीम की नाड़ी पहले ही थम चुकी थी।

मैच के बाद सोफ़ी डिवाइन ने कहा, “हम इस जीत के लिए बहुत समय से तैयार थे। ब्लैक कैप्स की तरह हमने भी अपना टार्गेट सेट किया और उसकी भी पार कर ली। पावरप्ले हमारा सबसे बड़ा हथियार रहा।” उनका यह बयान टीम की तैयारी और मानसिकता को दर्शाता है, जिसने इस जीत को और भी आकर्षक बना दिया।

यह जीत न्यूज़ीलैंड के लिए सिर्फ एक स्कोर नहीं, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बहाल करती है। दस लगातार हार के बाद पहली जीत मिलने से टीम की मनोस्थिति को नया जोश मिला है। ग्रुप ए में अब उन्हें भारत, वेस्ट इंडीज और दक्षिण अफ्रीका के साथ आगे की मैचों में लाभ मिला है, जबकि भारत को जल्दी से पुनः संतुलन बनाना होगा।

इस जीत के बाद न्यूज़ीलैंड के कोच और विश्लेषकों ने बताया कि टीम ने पहले से ही इस मैच के लिए रणनीति तैयार की थी, खासकर बॉलिंग के इन्टेंसिटि को बढ़ाने के लिए। उन्होंने कहा, “हमने भारत की बैटिंग कमजोरियों को पहले से ही पहचान लिया था, और उन पर दबाव बनाने की योजना बनाई थी।” यह योजना आज साफ़ तौर पर सफल हुई।