स्मृति मंधाना ने लगातार दो वनडे शतक जड़कर रचा इतिहास, मिताली राज की बराबरी की

स्मृति मंधाना ने लगातार दो वनडे शतक जड़कर रचा इतिहास, मिताली राज की बराबरी की जून, 19 2024

स्मृति मंधाना का ऐतिहासिक शतक

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर अपने बल्ले का जादू बिखेरा और खुब सुर्खियां बटोरी। उन्होंने दूसरे वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलते हुए लगातार दूसरा शतक जड़ा, जिससे भारतीय क्रिकेट में एक नया इतिहास लिखा गया। मंधाना ने इस मैच में 136 रन की शानदार पारी खेली, जो उनके वनडे करियर की अब तक की सबसे बड़ी पारी है।

बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में मंधाना ने जबर्दस्त बल्लेबाजी करते हुए 12 चौके और 2 छक्के लगाए। उन्होंने इससे पहले के मैच में भी 117 रनों की पारी खेली थी। इस प्रकार उन्होंने लगातार दो वनडे मैचों में शतक जड़कर यह नई उपलब्धि हासिल की है।

मिताली राज की बराबरी

स्मृति मंधाना के इस शतक के साथ ही उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट की महान बल्लेबाज मिताली राज की बराबरी कर ली है। मंधाना और मिताली दोनों के नाम अब सात-सात वनडे शतक दर्ज हो गए हैं। इस मैच ने उन्हें महिला ओपनर्स की ऑल-टाइम सूची में छठा स्थान भी दिला दिया है।

मिताली राज का करियर अपने आप में एक मिसाल है, और अब मंधाना भी उनकी तरह एक महान बल्लेबाज बनने की ओर अग्रसर हैं। इस पारी ने भारतीय टीम को घरेलू मैदान पर तथा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर बनाने में भी मदद की।

टीम की जीत में अहम योगदान

टीम की जीत में अहम योगदान

मंधाना की इस ऐतिहासिक पारी की बदौलत भारतीय टीम ने 325/3 का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसमें उनके साथ कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिन्होंने नाबाद 103 रन बनाए। इस साझेदारी ने भारतीय टीम की स्थिति को और भी मजबूत बना दिया।

शेफाली वर्मा और दयालान हेमलता के साथ भी मंधाना ने महत्वपूर्ण साझेदारियां निभाईं, जिससे टीम का स्कोरboard लगातार बढ़ता रहा। यह मैच भारतीय टीम के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा, जहां हर खिलाड़ी ने अपना सौ प्रतिशत देने की कोशिश की।

वनडे क्रिकेट में मंधाना की उपलब्धियां

स्मृति मंधाना ने इस पारी से यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ भारतीय टीम की नींव ही नहीं हैं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी उनका सम्मान और बड़ा है। इस पारी ने उन्हें महिला वनडे क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की गिनती में शामिल कर दिया है। मंधाना अब चैमरी अट्टापत्थू और लॉरा वोलवार्ड्ट जैसी खिलाड़ियों के साथ खड़ी हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में कई शतक बनाए हैं।

इस पारी के बाद मंधाना ने कहा कि उन्हें अपनी इस उपलब्धि पर गर्व है और वे आगे भी इसी तरह के प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। इसे देखकर युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी और भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य और भी उज्ज्वल होगा।

स्मृति मंधाना की जीवन यात्रा

स्मृति मंधाना की जीवन यात्रा

स्मृति मंधाना का क्रिकेट करियर संघर्ष और मेहनत से भरा हुआ है। उन्होंने बहुत कम उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और जल्द ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। धीरे-धीरे वे भारतीय टीम की महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गईं।

मंधाना की इस सफलता का कारण उनकी मेहनत, लगन और क्रिकेट के प्रति समर्पण है। उनके परिवार और कोच का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने हर कठिनाई से उबरकर अपने खेल को नया आयाम दिया है, और आज वह भारतीय क्रिकेट की शान हैं।

भविष्य की योजनाएं

स्मृति मंधना की रनों की भूख और उनकी बल्लेबाजी का अंदाज देखकर यह स्पष्ट हो जाता है कि वे अभी और भी कई कीर्तिमान स्थापित करने का इरादा रखती हैं। उनकी निगाहें अब आगे आने वाले मैचों पर टिकी हैं, जहां वे अपनी टीम को जीत दिलाने की ओर अग्रसर हैं।

मंधाना का यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इसने आने वाले जूनियर खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल कायम की है, जिससे भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य और भी उज्ज्वल दिखाई दे रहा है।