श्रीलंका ने जीता पहला महिला एशिया कप खिताब, भारत को 8 विकेट से हराया
जुल॰, 30 2024श्रीलंका ने महिला एशिया कप 2024 का खिताब जीतकर रचा इतिहास
2024 महिला एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत महिला टीम को 8 विकेट से हरा दिया। यह जीत श्रीलंका के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्होंने पहली बार इस टूर्नामेंट का खिताब जीता है। फाइनल मैच रांगिरी दाम्बुला अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, दाम्बुला में खेला गया था।
श्रीलंका की कप्तान चामरी अटलपट्टू ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए 61 रनों की पारी खेली और हर्षिता समरविक्रमा ने नाबाद 69 रन बनाए। इस महत्वपूर्ण जीत में दोनों खिलाड़ियों का योगदान बेहद अहम रहा। भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर थीं, जिनकी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 165/6 रन बनाए। हालांकि, भारतीय टीम के इस मजबूत स्कोर को श्रीलंका की बड़े ही आत्मविश्वास के साथ पार किया।
भारत की पारी
भारत की पारी की शुरुआत बहुत अच्छी हुई। स्मृति मंधाना ने शानदार 60 रनों की पारी खेली और टीम को मजबूती दी। उन्होंने उम्दा बल्लेबाजी का उदाहरण पेश करते हुए कई महत्वपूर्ण शॉट्स लगाए। अन्य बल्लेबाजों ने भी प्रतिस्पर्धात्मक स्कोर बनाने में योगदान दिया, लेकिन टीम 165/6 रन पर ही सीमित हो गई।
श्रीलंका की पारी
श्रीलंका की पारी की शुरुआत से ही उनका घरेलू मैदान पर आत्मविश्वास और हौसले दिखने लगे। कप्तान चामरी अटलपट्टू और हर्षिता समरविक्रमा की साझेदारी ने मैच को पूरी तरह से श्रीलंका के पक्ष में कर दिया। अटलपट्टू ने 61 रन बनाए और बड़े ही साहसिक अंदाज में बल्लेबाजी की। इसके बाद हर्षिता समरविक्रमा ने नाबाद 69 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। उन्हें उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया।
श्रीलंका के लिए मिल का पत्थर
यह जीत श्रीलंका महिला क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसे लेकर टीम और देश दोनों में जश्न का माहौल है। 2022 के फाइनल में हार का सामना करने के बाद, इस बार उन्होंने जीत हासिल कर लिया। इसे श्रीलंका की महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय माना जा रहा है।
श्रीलंका की इस विजय ने विश्व स्तर पर भी खलबली मचा दी है। यह जीत न केवल उनके खेल के स्तर को ऊंचा उठाने वाली है, बल्कि भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए भी उन्हें आत्मविश्वास प्रदान करेगी। टीम की इस ऐतिहासिक सफलता पर सभी क्रिकेट प्रेमियों की नजरें थी और उन्हें गर्व है की उनके देश की टीम ने यह मुकाम हासिल किया।