चिली: स्वाद, उपयोग और स्वास्थ्य‑फ़ायदे

चिली भारतीय रसोई का एक अनिवार्य हिस्सा है। चाहे सूप हो, ग्रेवी या भुनी हुई सब्ज़ी – चिली हर पकवान को तीखा बनाता है। अगर आप सोचते हैं कि यह सिर्फ मसाला है, तो समझें कि इसके कई रंग होते हैं और हर रंग अलग‑अलग स्वाद देता है।

चिली क्या है?

सभी चिलियों में कैप्साइसिन नाम का एक घटक होता है जो तीखापन पैदा करता है। हरी, लाल या धूम्र‑रंग की चिलियों में यह मात्रा अलग‑अलग होती है, इसलिए हल्की से लेकर बहुत तीखी तक विभिन्न विकल्प मिलते हैं। भारत में सबसे आम क्योरिक (हरी) और लाल मिर्ची का प्रयोग किया जाता है। इनको सूखाकर पाउडर बना लिया जाता है या ताज़ा इस्तेमाल किया जा सकता है।

चिलियों की तीखेपन को आँकलन करने के लिए स्कोविले स्केल नाम की एक प्रणाली होती है, लेकिन घर में आप स्वाद देखकर ही तय कर सकते हैं कि कौन सी चिली आपके लिये सही है। छोटी-छोटी मात्रा से शुरू करें और धीरे‑धीरे बढ़ाएँ, ताकि पेट पर असर न पड़े।

चिली कैसे पकाएँ – आसान रेसिपी

सबसे पहले चिलियों को साफ कर धो लें। अगर तीखेपन कम चाहिए तो बीज निकाल दें; बीज में सबसे ज्यादा कैप्साइसिन रहता है। अब दो‑तीन तरीके हैं:

  • भुनी हुई चिली पेस्ट: तवे पर थोड़ी तेल गरम करें, फिर कटी हुई हरी या लाल मिर्च डालें और हल्का भूरा होने तक भूनें। इसको ठंडा करके ब्लेंडर में पीस लें – सॉस, दाल या करी में जोड़ें।
  • तेल में तड़का: किचन सोया तेल गरम करें, उसमें कटा हुआ लहसुन और हल्दी डालें, फिर चिली के टुकड़े डालकर दो‑तीन मिनट तक भूनें। यह तड़का सब्ज़ी या दाल को तीखा बनाता है।
  • फ्रीज में रखे पाउडर: सूखी मिर्च को बारीक पीस कर पाउडर बना लें। एक चम्मच पाउडर को गरम पानी में घोलें और सूप या चटनी में मिलाएँ।

ध्यान रखें कि चिली का तेल बहुत तेज़ी से फैलता है, इसलिए हाथ पर थोडा तेल लगाकर काम करें। अगर आँखों में जलन हो तो तुरंत ठंडे पानी से धोएँ।

चिलियों के स्वास्थ्य‑फ़ायदे

कैप्साइसिन सिर्फ़ तीखा नहीं, बल्कि कई फ़ायदे भी देता है। यह पेट की आँदोलन को बढ़ाता है, जिससे हज्म बेहतर होता है और मेटाबोलिज़्म तेज़ हो जाता है। रोज़ाना थोड़ी मात्रा में चिली खाने से कैलोरी बर्निंग बढ़ती है, इसलिए वजन कम करने में मदद मिल सकती है।

चिलियों में विटामिन C, बी‑विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो इम्यून सिस्टम को सुदृढ़ करते हैं। कुछ रिसर्च बताती है कि कैप्साइसिन रक्त‑संचार सुधारता है और ह्रदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है। हालांकि, अधिक मात्रा में खाने से पेट जलन या गैस की समस्या हो सकती है, इसलिए संतुलित सेवन ज़रूरी है।

अगर आप दवाइयाँ ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें क्योंकि चिली कुछ एंटी‑कोएग्यूलेंट्स के साथ इंटरेक्ट कर सकता है। लेकिन सामान्य तौर पर एक छोटी चम्मच पाउडर या ताज़ा कटी हुई मिर्च रोज़ाना लेना सुरक्षित है।

घर में चिलियों को स्टोर कैसे करें?

ताज़ी हरी चिली को पेपर टॉवल में लपेट कर फ्रिज के ड्रायर सेक्शन में दो‑तीन दिन तक रख सकते हैं। लंबा चलाने के लिये सूखी चिली को एयरटाइट जार में रखें और ठंडी, अंधेरी जगह पर रखें – यह कई महीने तक टिक सकती है। पाउडर बनाकर फ्रीज़र में भी स्टोर किया जा सकता है; इससे स्वाद बरकरार रहता है।

इन आसान टिप्स को अपनाएँ और अपनी रसोई में चिली का सही इस्तेमाल करके खाने का मज़ा बढ़ाएँ। तीखा, स्वास्थ्य‑वर्धक और सस्ता – चिली हर घर की जरूरत बन गई है।

चिली बनाम अर्जेंटीना लाइव अपडेट, स्कोर: कोपा अमेरिका 2024

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कोपा अमेरिका 2024 का ग्रुप ए मैच चिली और अर्जेंटीना के बीच 9 बजे शाम ईटी पर शुरू हुआ। यह मैच FS1 और FOX Sports ऐप पर प्रसारित किया गया। लाइव कवरेज सुबह 8:31 ईटी पर शुरू हुई, जिससे प्रशंसकों के बीच उत्साह बढ़ गया। मैच में शीर्ष हाइलाइट्स और गहरे विश्लेषण शामिल थे। प्रशंसकों को अपने पसंदीदा टीम और खिलाड़ियों के साथ जुड़े रहने की सलाह दी गई थी।