Gates Foundation – भारत में बदलाव की कहानियां

जब आप Gates Foundation का नाम सुनते हैं तो अक्सर दयालुता और बड़े प्रोजेक्ट्स याद आते हैं। ये फाउंडेशन कई साल से भारत में स्वास्थ्य, शिक्षा और साफ‑सफाई के क्षेत्र में काम कर रहा है। यहाँ हम देखेंगे कि उन्होंने क्या किया, कैसे किया और आगे क्या योजना है।

मुख्य पहल

सबसे पहले बात करते हैं स्वास्थ्य की। फाउंडेशन ने ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण कार्यक्रम चलाए, जिससे बच्‍चे‑बच्चे के रोग कम हुए। उन्होंने छोटे क्लिनिक खोले और डॉक्टरों को ट्रेनिंग दी, ताकि लोग नजदीकी अस्पताल तक पहुँच सके। इन कदमों से कई बीमारीयों का प्रसार घटा है।

शिक्षा में भी उनका योगदान बड़ा है। उन्होंने स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी लगाई और शिक्षक प्रशिक्षण पर फोकस किया। इससे बच्चों को आधुनिक तकनीक के साथ पढ़ने‑लिखने का मौका मिला। खासकर लड़कों‑लड़कियों के बीच लैंगिक अंतर कम हुआ, क्योंकि हर बच्चे को समान संसाधन मिले।

जल‑सैनिटेशन की बात करें तो फाउंडेशन ने शौचालय बनवाने और साफ पानी पहुंचाने वाले प्रोजेक्ट शुरू किए। कई गांवों में अब टॉयलेट्स हैं और लोग खुले में पेशाब करने से बचते हैं। इससे रोगों का खतरा कम हुआ और महिलाओं की सुरक्षा भी बढ़ी।

COVID‑19 के समय फाउंडेशन ने तेज़ टेस्ट किट्स, वेंटिलेटर और वैक्सीन वितरण में मदद की। उन्होंने स्थानीय संस्थानों के साथ मिलकर लोगों को जागरूक किया और सामाजिक दूरी का महत्व समझाया। इन प्रयासों से महामारी के प्रभाव को थोड़ा कम किया जा सका।

भविष्य के लक्ष्य

आगे देखिए तो फाउंडेशन की योजना में दो चीज़ें प्रमुख हैं – तकनीक‑परिवर्तित स्वास्थ्य सेवाएं और सतत शिक्षा मॉडल। वे मोबाइल हेल्थ यूनिट्स बनाना चाहते हैं, जिससे दूर दराज़ गांवों तक इलाज पहुंचे। साथ ही ऑनलाइन पाठ्यक्रम को ग्रामीण स्कूलों में जोड़ना चाहते हैं, ताकि हर बच्चा हाई‑स्कूल की तैयारी कर सके।

साफ़ पानी के लिए जल पुनर्चक्रण तकनीक को लागू करने की भी सोच रहे हैं। इसका मतलब है कि बारिश का पानी इकट्ठा करके साफ किया जाएगा और गांवों में वितरित किया जाएगा। इससे पानी की कमी वाले क्षेत्रों में बड़ी राहत मिलेगी।

इन सभी योजनाओं में स्थानीय समुदाय का सहयोग सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण माना गया है। फाउंडेशन ने बताया कि बिना लोगों की भागीदारी के कोई भी प्रोजेक्ट टिकाऊ नहीं हो सकता। इसलिए वे स्वयंसेवकों और NGOs को प्रशिक्षण दे रहे हैं, ताकि हर कदम पर स्थानीय लोग साथ हों।

सारांश में कहें तो Gates Foundation ने भारत में कई क्षेत्रों में ठोस बदलाव लाए हैं और अब आगे भी बड़े लक्ष्य रखे हुए है। अगर आप इन प्रयासों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं या मदद करना चाहते हैं, तो स्थानीय कार्यक्रमों को फॉलो करें और खुद भाग लें।

वॉरेन बफेट ने बिल गेट्स की Gates Foundation की गलत प्रबंधन की आलोचना की, जिस से उनकी पुरानी दोस्ती खत्म हो गई

वॉरेन बफेट ने बिल गेट्स की Gates Foundation की गलत प्रबंधन की आलोचना की, जिस से उनकी पुरानी दोस्ती खत्म हो गई

वॉरेन बफेट और बिल गेट्स की दोस्ती, जो 1991 में शुरू हुई थी, बफेट की Gates Foundation के गलत प्रबंधन के प्रति असंतोष के कारण समाप्त हो गई है। बफेट ने संगठन की अयोग्यता और उच्च परिचालन लागत की आलोचना की है, जिसके चलते उन्होंने अब फैसला किया है कि उनकी शेष संपत्ति Gates Foundation को नहीं दी जाएगी।