TRAI – भारत की टेलीकोम नियामक से जुड़ी ताज़ा खबरें
अगर आप अपने मोबाइल या इंटरनेट बिल में बढ़ोतरी देखकर चौंके हैं तो समझिए TRAI आपका दोस्त है. यह संस्था सब टेलीकॉम ऑपरेटरों को नियम देती है, ताकि हम सबको बेहतर सेवा और उचित कीमत मिले.
TRAI के मुख्य काम क्या हैं?
TRAI सबसे पहले नेटवर्क क्वालिटी पर नज़र रखता है. अगर आपका कॉल ड्रॉप या डेटा स्पीड कम हो तो वह शिकायत सुनता है और ऑपरेटर को सुधार करने को कहता है. दूसरा, कीमतें तय करता है – पैक, रिचार्ज और टैरिफ़ में पारदर्शिता लाता है. तीसरा, ग्राहक अधिकारों की सुरक्षा करता है, जैसे कि अनचाहे एसएमएस या कॉल ब्लॉक करना.
हाल में TRAI की प्रमुख घोषणाएँ
पिछले महीने TRAI ने 5G स्पेक्ट्रम की नई बिडिंग प्रक्रिया शुरू कर दी. इसका मतलब है तेज़ इंटरनेट, कम लेटेंसी और नए ऐप्स का आना. साथ ही, उन्होंने सभी ऑपरेटरों को ‘डायरेक्टेड SMS’ पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया, जिससे स्पैम कॉल और मैसेज घटेंगे.
एक और बड़ी खबर है डेटा पैकेज की कीमत में कटौती. अब 1GB डेटा सिर्फ ₹100 से कम में मिल सकता है, अगर आप दो‑तीन महीने के प्लान चुनते हैं. इससे हर घर को किफायती इंटरनेट मिलेगा और डिजिटल डिवाइड घटेगा.
TRAI ने उपभोक्ताओं को आसान शिकायत प्रक्रिया भी दी. अब ऐप या वेबसाइट पर 24 घंटे में आपका केस दर्ज हो जाता है, और दो हफ्तों के अंदर समाधान मिलना तय है. यह बदलाव उन लोगों के लिए मददगार है जो अक्सर कस्टमर सपोर्ट से थक चुके हैं.
अगर आप अपने बिल को कंट्रोल करना चाहते हैं तो TRAI की नई ‘टैरिफ़ तुलना’ टूल देखिए. इस टूल में सभी ऑपरेटरों की प्लान्स और उनकी कीमतें एक जगह दिखती हैं, जिससे आप अपना सबसे सस्ता विकल्प चुन सकते हैं.
अंत में, याद रखें कि TRAई आपके हित में काम करता है. जब भी कोई नई नीति या घोषणा आए, इसका असर सीधे आपके फोन, इंटरनेट या टीवी बिल पर पड़ता है. इसलिए इस टैग पेज को फॉलो करते रहें और हर अपडेट से जुड़े रहें – इससे आप हमेशा एक कदम आगे रहेंगे।