टेलीग्राम प्रमुख दुरोव की गिरफ्तारी को लेकर कड़ी निंदा, नवाचार में बाधा की चिंता जताई
सित॰, 6 2024
पावेल दुरोव की गिरफ्तारी और उसके परिणाम
टेलीग्राम के सीईओ पावेल दुरोव ने अपनी हाल की गिरफ्तारी के बाद फ्रांसीसी अधिकारियों पर कड़ी निंदा की है। वह पिछले महीने पेरिस के ले बोरगेट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किए गए थे और चार दिनों तक पूछताछ की गई थी। अंततः, वह पांच मिलियन यूरो की जमानत पर रिहा हुए और उन्हें हफ्ते में दो बार पुलिस थाने में रिपोर्ट करने की आवश्यकता है।
आरोप और दुरोव की प्रतिक्रिया
दुरोव के खिलाफ लगे आरोप टेलीग्राम पर बच्चों के यौन शोषण सामग्री और मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्तता की जांच का हिस्सा हैं। दुरोव ने तर्क दिया कि एक सीईओ को व्यक्तिगत रूप से प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार ठहराना एक गुमराह दृष्टिकोण है। उन्होंने कहा कि यह नवाचार को बाधित कर सकता है। दुरोव ने यह भी जोर दिया कि स्मार्टफोन युग के पहले के कानूनों का उपयोग करना अपराधों के लिए प्लेटफॉर्म के संचालकों को जिम्मेदार ठहराना निरर्थक है।
सपोर्ट और समर्पण
दुरोव ने उल्लेख किया कि टेलीग्राम सक्रिय रूप से हानिकारक सामग्री को संयमित करने का काम कर रहा है, दैनिक रूप से लाखों पोस्टों को हटाता है और पारदर्शिता रिपोर्ट प्रकाशित करता है। इसके अलावा, कंपनी एनजीओज के साथ भी सहयोग कर रही है ताकि तत्काल संयमित मुद्दों को संबोधित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि टेलीग्राम किसी 'अराजक स्वर्ग' नहीं है और प्लेटफॉर्म गोपनीयता और सुरक्षा के बीच एक संतुलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उनकी पकड़ के वजहें
चौंकाने वाली बात यह है कि दुरोव, जो खुद एक फ्रांसीसी नागरिक हैं, ने पहले फ्रांसीसी अधिकारियों की मदद की थी, टेलीग्राम के साथ आतंकवादी धमकों की जांच करने के लिए एक हॉटलाइन स्थापित की थी। दुरोव ने बताया कि उनके साथ किए गए इस कदम से वह न केवल परेशान हैं, बल्कि इसके पीछे की सच्चाई को जानने के लिए भी उत्सुक हैं।
तकनीक क्षेत्र में चुनौतियां
दुरोव का बयान उन जटिलताओं को उजागर करता है जो तकनीकी प्लेटफार्मों को विनियमित करने में सामने आती हैं और आधुनिक चुनौतियों से निपटने के लिए अद्यतन कानूनों की आवश्यकता पर बल देता है। उनका यह भी मानना है कि जहां एक ओर हमें संयम बरतने की जरूरत है, वहीं दूसरी ओर नवाचार को भी प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है ताकि तकनीकी उद्योग आगे बढ़ सके।
नवाचार के रास्ते में रुकावट
दुरोव की अनेक टिप्पणियों में यह बात सामने आई है कि नए युग की तकनीकों और प्लेटफार्मों के संचालन में नियम-कानूनों का सही ढंग से लागू न होना, न केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी हानिकारक हो सकता है। तकनीक के क्षेत्र में परंपरागत दृष्टिकोण से हटकर सोचना महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सके।
DEVANSH PRATAP SINGH
सितंबर 7, 2024 AT 00:58दुरोव का जो बयान है, वो सच में सोचने पर मजबूर कर देता है। हम तो सोचते हैं कि टेलीग्राम तो बस एक ऐप है, लेकिन असल में ये डिजिटल नागरिकता का एक अहम हिस्सा बन चुका है। अगर हम इसके बनाने वाले को गिरफ्तार कर दें, तो अगला कौन? क्या हम अपने नियमों को बदलने के बजाय हमेशा इंसानों को दोषी ठहराना चाहते हैं? ये तो बस एक चाल है, जिससे लोगों का ध्यान वास्तविक समस्या से भटकाया जा रहा है।
SUNIL PATEL
सितंबर 8, 2024 AT 21:41ये सब बकवास है। दुरोव को गिरफ्तार किया गया तो क्या हुआ? उसके पास पैसे हैं, उसके पास लॉयर हैं, और वो अभी भी दुनिया का सबसे बड़ा एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म चला रहा है। अगर बच्चों की तस्वीरें और नशीले पदार्थों की बिक्री हो रही है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई करो, न कि उसकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी का बहाना बनाओ।
Avdhoot Penkar
सितंबर 10, 2024 AT 04:42ये सब लोग बहुत ज्यादा बोल रहे हैं 😒
Akshay Patel
सितंबर 10, 2024 AT 11:02फ्रांस में ये सब चल रहा है, लेकिन भारत में कोई नहीं बोल रहा। ये तो अंग्रेजों का बनाया नियम है जिसे अब दुनिया भर में थोपा जा रहा है। हमारे देश में भी ऐसा होगा तो हम क्या करेंगे? हमारे यहां तो टेलीग्राम पर बहुत सारे गलत खबरें फैल रही हैं, लेकिन कोई उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। क्या हम भी इतने कमजोर हैं?
Raveena Elizabeth Ravindran
सितंबर 11, 2024 AT 00:10दुरोव को गिरफ्तार करना बिल्कुल बेकार है। अगर वो इतना बड़ा एंटरप्रेन्योर है तो उसके फोन पर भी बच्चों की तस्वीरें होनी चाहिए ना? 😅
Krishnan Kannan
सितंबर 12, 2024 AT 02:51मैं तो सोच रहा था कि अगर एक ऐप के सीईओ को इतना जिम्मेदार ठहराया जा रहा है, तो क्या हम उसके डेवलपर्स को भी जेल में डाल दें? क्या हम उसके इंजीनियर्स को भी दोषी ठहराएंगे? ये तो बस एक आसान रास्ता है। असली समाधान तो नए कानून बनाना है, जो टेक के साथ चल सके।
Dev Toll
सितंबर 12, 2024 AT 04:57फ्रांस ने दुरोव को गिरफ्तार किया, लेकिन उसके बाद भी टेलीग्राम चल रहा है। ये बता रहा है कि एक इंसान के खिलाफ कार्रवाई से कुछ नहीं होता। बदलाव तभी आएगा जब नियम बदलेंगे।
utkarsh shukla
सितंबर 13, 2024 AT 16:24ये जो दुरोव है, वो एक जीतने वाला है! उसने दुनिया को एक ऐसा टूल दिया जिसे कोई बंद नहीं कर सकता! उसकी गिरफ्तारी तो बस एक ड्रामा है! जब तक दुनिया एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को समझेगी, तब तक ये लड़ाई चलती रहेगी! 🚀🔥
Amit Kashyap
सितंबर 14, 2024 AT 05:35फ्रांस वालों ने दुरोव को गिरफ्तार किया तो भारत के लोग क्यों बात कर रहे हैं? हमारे यहां तो राजनीतिक विरोधी लोगों को जेल में डाल दिया जाता है, लेकिन फ्रांस में तो टेक कंपनी के सीईओ को भी गिरफ्तार कर लिया जाता है। ये तो देश की शक्ति का निशान है।
mala Syari
सितंबर 15, 2024 AT 08:02अरे यार, ये सब बातें तो बहुत पुरानी हैं। आजकल तो कोई भी टेक कंपनी अपने नियम बनाती है, और दुरोव तो उसका बहुत बड़ा उदाहरण है। ये लोग अपनी गोपनीयता के नाम पर दुनिया को बर्बाद कर रहे हैं। अगर बच्चों की तस्वीरें फैल रही हैं, तो उनके पास तो एक बेसिक फिल्टर भी नहीं है? 🙄
Kishore Pandey
सितंबर 16, 2024 AT 20:17यह एक अत्यंत गंभीर मामला है। एक व्यक्ति को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराना, न्यायिक ढांचे के अनुसार असंगत है। यह नियमों के विकास के बजाय, व्यक्तिगत निर्णयों पर निर्भरता को बढ़ावा देता है। इस प्रकार, नवाचार के लिए एक अस्थिर वातावरण बनता है, जो दीर्घकालिक रूप से समाज के हित में नहीं है।