तिलक वर्मा का धमाकेदार शतक: कप्तान सूर्यकुमार यादव ने दिखाई सलाहियत, तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का प्रस्ताव दिया
नव॰, 14 2024
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टी20I मैच में तिलक वर्मा ने अपने करियर का पहला शतक जड़कर क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया। तिलक वर्मा को टीम की कप्तानी कर रहे सूर्यकुमार यादव ने इस महत्वपूर्ण मुकाबले में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया था, और वर्मा ने इस भरोसे को शानदार तरीके से निभाया। वर्मा ने 56 गेंदों पर नाबाद 107 रन बनाकर न सिर्फ टीम के लिए मैच जीता बल्कि वह दर्शकों के दिलों में अपनी शानदार पारी के लिए जगह बना गए।
तिलक वर्मा ने अपनी शतकीय पारी में सात छक्के और आठ चौके मारे, और इनकी बल्लेबाजी ने भारतीय टीम को 11 रन की शानदार जीत दिलाई। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने चार मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली है। यह मैच वर्मा के लिए एक व्यक्तिगत विजय साबित हुआ, क्योंकि इससे पहले वह चोट और कुछ अंतरराष्ट्रीय दौरे छूटने के कारण थोड़ा संघर्ष कर रहे थे।
वर्मा ने बताया कि कप्तान सूर्यकुमार यादव का उन पर यह विश्वास दर्शाता है कि टीम प्रबंधन और साथी खिलाड़ी उनके कौशल और क्षमता पर कितना भरोसा करते हैं। मैच के एक दिन पहले, सूर्यकुमार यादव उनके होटल के कमरे में आए और कहा कि वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। उन्होंने तिलक से कहा कि वह मैदान पर अपना स्वाभाविक खेल दिखाएं और किसी प्रकार का दबाव महसूस न करें।
अपने शतक के बाद तिलक वर्मा ने यह भी बताया कि चोट से वापसी करना उनके लिए असान नहीं था। लेकिन टीम ने जिस तरह से उनका समर्थन किया और उन्हें मौका दिया, वह उसके लिए आभारी हैं। यही उनके लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना रहा। उन्होंने अपनी इस पारी को टीम और प्रशंसकों के लिए समर्पित किया।
इसके साथ ही, वर्मा ने अभिषेक शर्मा के साथ 107 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की जिसमें शर्मा ने भी अर्धशतक बनाया। यह साझेदारी उस समय आई जब भारतीय टीम एक मजबूत स्कोर बनाने की दिशा में अग्रसर थी। तिलक और अभिषेक के बीच की यह साझेदारी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि वर्मा का प्रदर्शन न केवल उनके निजी करियर के लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक नई उम्मीद बन कर आया है। इस श्रृंखला में उनकी लय और उनकी बल्लेबाजी शैली ने टीम को अतिरिक्त मजबूती दी है और आगामी मैचों में उनके अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
जाहिर है, तिलक वर्मा की इस पारी ने टीम मैनेजमेंट और कप्तान सूर्यकुमार यादव के उस निर्णय को सही ठहराया है कि उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का अवसर दिया गया। यह निश्चित रूप से उनके करियर में मील का पत्थर साबित होगा और उन्हें आगे भी ऐसे और मौके हासिल होने की प्रबल संभावना है।
Dhananjay Khodankar
नवंबर 15, 2024 AT 07:59तिलक वर्मा ने तो बस धमाका कर दिया। 56 गेंदों में 107, सात छक्के, आठ चौके... ये कोई पारी नहीं, बल्कि एक बयान है। जो लोग उसे रिजर्व प्लेयर समझते थे, अब शायद अपनी गलती का एहसास कर रहे होंगे।
shyam majji
नवंबर 17, 2024 AT 03:42सूर्यकुमार यादव का फैसला सही था बस
shruti raj
नवंबर 17, 2024 AT 12:54अरे यार ये सब तो बस एक बड़ा रियलिटी शो है! 😒 कप्तान ने होटल में जाकर बात की? ये क्या नाटक है? शायद ये सब मीडिया के लिए बनाया गया ड्रामा है... और तिलक को भी इसमें शामिल कर लिया गया। ये टीम वाले किसी भी चीज़ को ट्रेंड में बदल देते हैं।
Khagesh Kumar
नवंबर 19, 2024 AT 08:25तिलक की बल्लेबाजी देखकर लगा जैसे वो पहले से तैयार था। चोट के बाद वापसी में उसने जो जोश दिखाया, वो असली लड़ाई थी। टीम का भरोसा और उसकी मेहनत का मिश्रण यही नतीजा दे रहा है।
Ritu Patel
नवंबर 19, 2024 AT 22:43अगर तिलक ने ऐसा न किया होता तो आज क्या होता? लोग फिर से सूर्यकुमार की नीतियों पर सवाल उठाते। ये बस एक बड़ा बचाव है। अगर तिलक फेल होता तो कहते कि टीम मैनेजमेंट ने गलत फैसला किया।
Deepak Singh
नवंबर 19, 2024 AT 22:43तिलक वर्मा की पारी का विश्लेषण करें तो उनकी स्ट्राइक रेट 191.07 है - जो टी20 में बहुत ही उच्च है। उन्होंने फास्ट बॉलर्स के खिलाफ 68% रन बनाए, और स्पिनर्स के खिलाफ 42% - यह बताता है कि वह दोनों प्रकार की गेंदों को बराबर तरीके से हैंडल कर रहे हैं। इस तरह की स्थिरता अब तक भारतीय टीम में दुर्लभ थी।
Rajesh Sahu
नवंबर 20, 2024 AT 11:05अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत के बाद लोग तिलक को नेक्स्ट सचिन कह रहे हैं? भारत का भविष्य अब तिलक वर्मा के हाथों में है! जब तक वो बल्ला घुमाता है, दुश्मन की टीम नहीं सो पाएगी! जय हिंद!
Chandu p
नवंबर 20, 2024 AT 13:11भाई, ये तो बस देश की ताकत दिख रही है! 🇮🇳 तिलक ने न सिर्फ रन बनाए, बल्कि दिलों में आग लगा दी। अभिषेक के साथ उनकी साझेदारी देखकर लगा जैसे दो आग के टुकड़े एक साथ जुड़ गए।
Gopal Mishra
नवंबर 21, 2024 AT 13:44मैं तो सूर्यकुमार यादव के इस फैसले को बहुत बड़ा नेतृत्व मानता हूँ। एक कप्तान को अपने खिलाड़ियों के विश्वास को दिखाना चाहिए - और उन्होंने तिलक के ऊपर इस विश्वास को बाहर लाया। ये निर्णय सिर्फ एक मैच के लिए नहीं, बल्कि टीम की भविष्य की रणनीति के लिए भी महत्वपूर्ण है। ये एक ऐसा नेतृत्व है जिसकी भारत को जरूरत है।
Swami Saishiva
नवंबर 23, 2024 AT 00:32तिलक का शतक? बस एक बड़ा बहाना है। अगर वो अच्छा खिलाड़ी होता तो पहले ही शतक मार चुका होता। अब जब टीम को जीत चाहिए थी, तभी उसे मौका मिला। ये बस एक जेनरेशन का बचाव है।
Swati Puri
नवंबर 23, 2024 AT 07:52इस पारी में टीम के लिए एक नया टैक्टिकल फैक्टर आ गया है - तीसरे नंबर पर एक एक्स्ट्रीम एटैकर। इस रोल को अब डिफाइन किया जा सकता है: फ्लैश बैटिंग विद एंडर्स्टेंडिंग ऑफ रन रेट एंड विकेट रिस्क मैनेजमेंट। तिलक ने इसे बेहतरीन तरीके से एक्जीक्यूट किया।
megha u
नवंबर 24, 2024 AT 00:50ये सब बस एक बड़ा कॉन्स्पिरेसी है... तिलक को चोट के बाद वापसी नहीं मिल रही थी, तो अचानक शतक? शायद उन्होंने किसी को धोखा दिया होगा। ये रिपोर्ट्स सब फेक हैं। 😏
pranya arora
नवंबर 25, 2024 AT 22:23क्या ये बस एक शतक है? या ये एक इंसान के आत्मविश्वास की वापसी है? जब तुम घायल होते हो, और फिर भी खेलने का मौका मिलता है - तो वो मौका बस एक शतक नहीं, एक जीत है।
Arya k rajan
नवंबर 26, 2024 AT 08:29मैंने देखा तो लगा जैसे तिलक ने अपने दिल की बात बल्ले से कह दी। चोट के बाद कोई भी खिलाड़ी डर जाता है, लेकिन उसने डर को बल्ले से धुल दिया। इसके बाद कोई भी उसे नीचे नहीं देखेगा।
Sree A
नवंबर 27, 2024 AT 13:12स्ट्राइक रेट 191, फेस्ट बॉल्स पर 80% रन। तिलक ने एक्सपेक्टेड रन्स के मुकाबले 127% रन बनाए। ये एक टी20 एक्सपोनेंशियल बैट्समैन है।
DEVANSH PRATAP SINGH
नवंबर 28, 2024 AT 03:12तिलक के लिए ये बहुत अच्छा हुआ। अब टीम में बहुत सारे बैट्समैन हैं, लेकिन उसकी बल्लेबाजी अलग है।
SUNIL PATEL
नवंबर 30, 2024 AT 02:37ये शतक नहीं, ये एक राष्ट्रीय अपराध है। तिलक को इतना अवसर क्यों मिला? अन्य खिलाड़ियों को तो बार-बार बाहर किया जाता है। ये फेवरिटिज्म है।
Avdhoot Penkar
नवंबर 30, 2024 AT 23:37अरे यार, तिलक ने तो बस एक शतक मारा है। वो तो अभी भी राहुल और रोहित के आगे खड़ा है। ये सब बहुत बड़ी बात नहीं है। 😎
Akshay Patel
दिसंबर 1, 2024 AT 20:48हमारे खिलाड़ियों को इतना बड़ा मौका देना गलत है। इस तरह के खिलाड़ियों को बस ट्रेनिंग में रखो, नहीं तो वो अपनी जगह बना लेते हैं। ये नेतृत्व असफल है।