वारे एनेर्जीज आईपीओ की पहली दिन की स्थिति: प्राइस, सब्सक्रिप्शन स्टेटस और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

वारे एनेर्जीज आईपीओ की पहली दिन की स्थिति: प्राइस, सब्सक्रिप्शन स्टेटस और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी अक्तू॰, 21 2024

वारे एनेर्जीज की आईपीओ में निवेशकों की बड़ी रुचि

भारत की सबसे बड़ी सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनी, वारे एनेर्जीज ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के पहले दिन खुद को एक बड़ा हिट साबित किया है। यह आईपीओ 21 अक्टूबर को आरंभ हुआ था और कुछ घंटों के भीतर ही इसे पूर्ण रूप से सब्सक्राइब कर लिया गया। कंपनी ने इस आईपीओ के माध्यम से 4,321.44 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 3,600 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है और 48 लाख शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) है।

आईपीओ की कीमत और सब्सक्रिप्शन डिटेल्स

वारे एनेर्जीज के आईपीओ की कीमत सीमा को 1,427 रुपये से 1,503 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। प्राइमरी ऑफरिंग के पहले तीन घंटों में ही इस आईपीओ को पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिया गया, जहां 3.27 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। यह मात्रा 2.10 करोड़ शेयरों की ओफर से अधिक थी। रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित श्रेणी 1.70 गुना सब्सक्राइब रही, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 3.33 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। हालांकि, शुरूआती तौर पर योग्य संस्थागत खरीदारों की श्रेणी में कोई सब्सक्रिप्शन नहीं आया था।

ग्रे मार्केट प्रीमियम और कंपनी की योजनाएं

इस आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) 1,510 रुपये था, जोकि आईपीओ मूल्य से 100.47% का लिस्टिंग लाभ प्रदर्शित करता है। कंपनी इस फ्रेश इश्यू से प्राप्त राशि का उपयोग ओडिशा में एक 6 गीगावाट इनगोट वेफर, सोलर सेल और सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण सुविधा की स्थापना के लिए करेगी। इसके अलावा, इस पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

कंपनी का पिछला प्रदर्शन और ब्रोकरेज फर्मों की प्रतिक्रिया

वारे एनेर्जीज के चार निर्माण संयंत्र गुजरात में स्थित हैं और उनके पास 19.9 गीगावाट का ठोस ऑर्डर बुक है। फाइनैंशल ईयर 2024 में, कंपनी ने निर्यात बाजारों से 6,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अर्जित की और अमेरिका में प्रमुख विकासकर्ताओं से बड़े अनुबंध हासिल किए। ऊपरी मूल्य सीमा पर कंपनी की पोस्ट-लिस्टिंग बाजार पूंजीकरण 43,179 करोड़ रुपये पर अनुमानित की गई है।

ब्रोकरेज फर्म्स और आईपीओ की समापन तिथि

केआर चोकसी, मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल, जिओजित फाइनेंशियल सर्विसेज, आनंद राठी और स्वस्तिका जैसी ब्रोकरेज फर्मों ने इस आईपीओ को 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है। उनका मानना है कि वारे एनेर्जीज की मजबूत ऑर्डर बुक, विकास दृष्टिकोण और उचित मूल्यांकन इसे एक आकर्षक निवेश बनाते हैं। इस आईपीओ का समापन 23 अक्टूबर को होगा और इसके शेयर 28 अक्टूबर को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे।

7 टिप्पणि

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    mala Syari

    अक्तूबर 23, 2024 AT 05:56
    इस आईपीओ में रिटेलर्स का जोर देखकर लगता है कि लोग अभी भी सोलर के नाम पर भाग रहे हैं। असली बात ये है कि इनके पास कोई टेक्नोलॉजी नहीं, बस चीनी कंपनियों के डिज़ाइन को कॉपी कर रहे हैं। और फिर ग्रे मार्केट प्रीमियम के नाम पर फंसाते हैं। 😒
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    Kishore Pandey

    अक्तूबर 23, 2024 AT 17:32
    वारे एनेर्जीज के आईपीओ की सब्सक्रिप्शन रेटिंग अत्यंत उचित है। रिटेल अनुभाग में 1.70 गुना सब्सक्रिप्शन और एनआईआई के लिए 3.33 गुना एक स्पष्ट संकेत है कि बाजार इस कंपनी की वित्तीय और ऑपरेशनल ठोसता को मान्यता दे रहा है। शुरुआती स्थिति में आईआई की अनुपस्थिति केवल एक तकनीकी विलंब है, न कि एक चेतावनी।
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    Kamal Gulati

    अक्तूबर 24, 2024 AT 14:27
    ये सब जो बोल रहे हैं उन्हें पता ही नहीं कि असली जीत क्या है। इंडिया में बस इतना ही होता है कि कोई नया नाम आता है तो सब उसके पीछे भाग जाते हैं। असली चीज़ तो ये है कि इसके बाद क्या होगा? क्या वो अपनी टेक्नोलॉजी बना पाएंगे? या फिर एक और नाम बन जाएंगे जो जल्दी बुझ जाएगा? जिंदगी में कुछ भी नहीं बनता बस फैलता है।
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    Atanu Pan

    अक्तूबर 24, 2024 AT 20:17
    कंपनी ने 4321 cr जुटाए और अभी तक कोई नहीं पूछा कि ओडिशा में ये फैक्ट्री कहाँ बन रही है और किसकी जमीन पर बन रही है। ये सब नीले आकाश में बादल बन रहे हैं। कोई भी बात नहीं करता कि ये सब असली तो नहीं है। इंडिया में नया नाम आता है तो लोग उसे भगवान बना देते हैं।
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    Pankaj Sarin

    अक्तूबर 25, 2024 AT 20:21
    पूरा आईपीओ एक बड़ा धोखा है और सब जानते हैं लेकिन कोई बोल नहीं पा रहा क्योंकि अगर बोल दिया तो लोग बोलेंगे तू नहीं जानता तू नहीं जानता तू नहीं जानता
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    Mahesh Chavda

    अक्तूबर 27, 2024 AT 19:54
    यह आईपीओ एक अत्यधिक गतिशील घटना है जिसके अंतर्गत निवेशकों की भावनात्मक प्रतिक्रियाएं उनके तार्किक निर्णयों को धुंधला कर रही हैं। ग्रे मार्केट प्रीमियम एक अत्यधिक अस्थिर संकेत है, जो अक्सर बाजार के भावनात्मक उतार-चढ़ाव के कारण बनता है। इस तरह के व्यवहार को लंबे समय तक जारी रखना असंभव है।
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    Sakshi Mishra

    अक्तूबर 29, 2024 AT 10:52
    क्या हम सच में सोच रहे हैं कि एक कंपनी, जिसके सभी निर्माण संयंत्र गुजरात में हैं, ओडिशा में एक 6 GW सुविधा बनाने के लिए इतना पैसा जुटा रही है? क्या यह वास्तव में ऊर्जा स्वतंत्रता की ओर एक कदम है, या बस एक नए राज्य में निवेश के नाम पर एक बड़ा, बड़ा, बड़ा बाजार बनाने का एक तरीका है? हम इस तरह के विकास के पीछे के वास्तविक उद्देश्य को देखना भूल गए हैं। यह सिर्फ एक निवेश नहीं है... यह एक विचार है। और विचार, जब बिना जिम्मेदारी के फैलाए जाते हैं, तो वे अंततः हमारे लिए बहुत भारी पड़ जाते हैं।

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