वास्तु शास्त्र के अनुसार ऑफिस की कुर्सी के रंग से बचें वित्तीय संकट

वास्तु शास्त्र के अनुसार ऑफिस की कुर्सी के रंग से बचें वित्तीय संकट सित॰, 24 2025

ऑफिस में हम अपना दो‑तीन‑तीस प्रतिशत समय बिताते हैं, इसलिए उस जगह की ऊर्जा हमारे वित्तीय और पेशेवर जीवन को काफी हद तक तय करती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुर्सी का रंग सिर्फ सजावट नहीं, बल्कि ऊर्जा के प्रवाह का एक महत्वपूर्ण घटक है। सही रंग चुनने से धन के स्रोत खुलते हैं, जबकि गलत रंग चुनने से रुकावटें उत्पन्न हो सकती हैं।

धन‑आकर्षक रंग कौन से?

वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ रंग विशेष रूप से आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देते हैं:

  • हरा – सबसे शुभ रंग माना जाता है। हरे रंग की कुर्सी या कुशन पर बैठने से आय में वृद्धि, नए अवसर और स्थिरता आती है।
  • पीला – यह रंग समृद्धि और स्वस्थ जीवनशैली से जुड़ा है। पीले रंग का कशन वित्तीय लाभ और सकारात्मक सोच को सुदृढ़ करता है।
  • सफेद – शुद्धता और स्पष्टता को दर्शाता है। सफेद कुर्सी पेशेवर माहौल बनाती है, जिससे व्यापार में पारदर्शिता बढ़ती है।
  • हल्का नीला – रचनात्मकता और एकाग्रता को बढ़ाता है। यह रंग तनाव कम करता है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता सुधरती है।
कौन से रंग बचें?

कौन से रंग बचें?

वास्तु शास्त्र में कुछ रंगों को वित्तीय नुकसान से जोड़कर चेतावनी दी गई है:

  • काली कुर्सी – नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जिससे नौकरी में अड़चनें और आकस्मिक दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
  • लोहे की कुर्सी – व्यापारिक विकास को धीमा कर देती है, अक्सर स्थिरता की भावना लाती है।
  • एल्यूमीनियम की कुर्सी – अचानक वित्तीय कटौती या अप्रत्याशित नुकसान का कारण बन सकती है।
  • भूरी और गहरी नीली – इन रंगों से आय में अत्यधिक उतार‑चढ़ाव हो सकता है, जिससे भविष्य अनिश्चित बन जाता है।

इन रंगों से बचते हुए, आप आर्थिक मार्ग में अवरोधों को न्यूनतम रख सकते हैं।

रंग के अलावा, कुर्सी का सामग्री भी महत्व रखता है। लकड़ी की कुर्सी में प्राकृतिक ऊर्जा प्रवाहित होती है, जबकि धातु की कुर्सी पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। यदि धातु की कुर्सी अनिवार्य है, तो उसे वैध करने के लिए हरे या पीले रंग के कुशन से संतुलन बनाना चाहिए।

प्रभावी रख‑रखाव के लिए कुछ सरल कदम अपनाएँ:

  1. कुर्सी या कशन को नियमित रूप से साफ रखें, अव्यवस्था से बचें।
  2. डेस्क और कुर्सी को वास्तु के अनुसार, यानी उत्तर‑पूर्व या ईशान दिशाओं में रखें।
  3. आरामदायक और उचित एर्गोनॉमिक सपोर्ट वाला मॉडल चुनें, ताकि शारीरिक तनाव न बढ़े।
  4. यदि मौजूदा कुर्सी का रंग बदलना संभव न हो, तो हरे या पीले रंग के कशन कवर से सुधार करें।

इन सिद्धांतों को अपनाकर, आपका कार्यस्थल न केवल सौंदर्यपूर्ण बल्कि ऊर्जा‑संतुलित बन जाएगा, जिससे धन की धारा निरंतर बहती रहेगी और पेशेवर उन्नति तेज़ होगी।