लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल से बाजार में जबरदस्त उछाल, निफ्टी 23300 पार और सेंसेक्स भी ऊँचाई पर
जून, 3 2024निफ्टी और सेंसेक्स में भारी उछाल से निवेशकों में उत्साह
सोमवार को भारतीय इक्विटी बाजार में जबरदस्त तेजी आई जहां निफ्टी ने 23,300 का स्तर पार कर लिया और सेंसेक्स भी भारी बढ़त के साथ खुला। इस उछाल का मुख्य कारण लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के परिणाम रहे, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के स्पष्ट बहुमत की संभावना को दर्शाया। एग्जिट पोल में बीजेपी को 286-305 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस के लिए 115-131 सीटों की भविष्यवाणी की गई है।
निवेशकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया
बाजार में इस तेजी का असर व्यापक था, जहां सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में ट्रेड कर रहे थे। इसमें सबसे ज्यादा बढ़त एनिफ्टी पब्लिक सेक्टर बैंक इंडेक्स को मिली, जो 3.5% की छलांग लगाते हुए नज़र आया। ऑटो और आईटी स्टॉक्स भी मुख्य लाभकर्ताओं में थे। इस बढ़त की मुख्य वजह एग्जिट पोल के परिणामों से निवेशकों की उम्मीदों में आई बढ़ोतरी है।
रुपया भी मज़बूत हुआ
इस उछाल से रुपया भी मजबूत हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 44 पैसे की बढ़त के साथ 81.33 पर पहुँच गया। इस प्रकार, मौजूदा चुनावी परिणामों के अनुमान ने ना केवल शेयर बाजारों को ऊँचाई दी, बल्कि मुद्रा बाजार में भी सकारात्मक प्रभाव डाला।
स्थिर सरकार की उम्मीद
मुद्रा बाजार के विश्लेषकों ने कहा कि बाजार की इस तेजी का मुख्य कारण चुनावी एग्जिट पोल का बीजेपी के पक्ष में आँकड़े देना है। निवेशकों को उम्मीद है कि यदि बीजेपी के हाथ में सरकार बनी तो नीति में निरंतरता बनी रहेगी और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी।
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में, खासकर 23 मई को जब आधिकारिक परिणाम घोषित किए जाएंगे, तब तक इस रैली का असर बना रहेगा। निवेशकों में फिलहाल स्थिर और मजबूत सरकार को लेकर सकारात्मकता है, जिससे उनके निवेश की सुरक्षा और रिटर्न की संभावनाएं बढ़ती हैं।
लंबी अवधि के लिए फायदेमंद
विश्लेषकों ने इस बढती रैली को लंबी अवधि में भी फायदेमंद बताया है। उनका कहना है कि अगर बाजार के मौजूदा रुझान जारी रहते हैं और एग्जिट पोल के आंकड़े सही साबित होते हैं तो निवेशकों को अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। हर सेक्टर में आई इस बढ़त ने बाजार की समग्र स्थिति को मजबूत किया है और निवेशकों का मनोबल बढाया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों का भी असर
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की स्थिति का भी भारतीय बाजारों पर असर पड़ सकता है। अगर वैश्विक स्तर पर भी अर्थव्यवस्था स्थिर रहती है तो भारतीय बाजारों में तेजी बनाए रखने की संभावना और बढ़ जाएगी। इस प्रकार, भारतीय बाजार एक बेहतर स्थिति में दिखाई दे रहे हैं और निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका साबित हो सकता है।
समग्र निष्कर्ष
निफ्टी और सेंसेक्स की यह बड़ी छलांग यह संकेत देती है कि भारतीय बाजार एक स्थिर सरकार की उम्मीद में तेजी दिखा रहे हैं। अगर एग्जिट पोल के अनुमान सही साबित होते हैं तो यह बाजार की मौजूदा तेजी को और भी मजबूती प्रदान कर सकेंगे। निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता के साथ कदम बढ़ाने का है, क्योंकि चुनावी परिणाम बाजार की दिशा को निर्धारित करेंगे।