ऋषभ पंत की रिकॉर्ड तोड़ पारी: मुंबई टेस्ट में 36 गेंदों में पचास रन
नव॰, 3 2024ऋषभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ कारनामा
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट के धाकड़ बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक नई मिसाल कायम की। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे दिन की सुबह पंत ने खेल का रुख मोड़ते हुए 36 गेंदों में अद्भुत तरीके से अर्द्धशतक जड़ा। यह कुछ ही समय में क्रिकेट जगत का केंद्र बन गया, क्योंकि यही पारी ले गई पिछले रिकॉर्ड की धूल चटा कर जब यशस्वी जायसवाल ने 41 गेंदों में अर्द्धशतक बनाया था।
पंत का धूमधड़ाका
पंत की इस पारी में 7 चौके और 2 छक्के शामिल थे, जिसने न केवल दर्शकों को आनन्दित किया बल्कि टीम के साथी शुभमन गिल के साथ मिलकर भारतीय बल्लेबाजी क्रम को सुदृढ़ किया। सुबह के सत्र में दोनों युवा बल्लेबाजों ने क्रीज पर अपने कौशल का प्रदर्शन किया और मुश्किल समय में भारत को शानदार गति प्रदान की। दोनों ने शानदार भागीदारी की, जिसने न्यूजीलैंड के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति उत्पन्न कर दी।
शुभमन गिल का योगदान
शुभमन गिल ने भी अपनी फॉर्म का शानदार प्रदर्शन किया। उनके द्वारा बनाए गए अर्द्धशतक ने पंत के साथ भारत का स्कोर बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई। उसने न्यूजीलैंड के चयनित गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ मजबूती से बैटिंग की, जो उनकी स्थिर और आक्रामक बैटिंग को देखकर उनके साथी और प्रशंसक पर गर्व महसूस हुआ।
दर्शकों के लिए यादगार पल
वानखेड़े के स्टेडियम में उस दिन मौजूद दर्शकों के लिए ये सत्र एक यादगार क्षण बन गया। पंत की ताबड़तोड़ पारी की हर बाउंड्री के साथ स्टेडियम में जोश का माहौल था। इससे पहले के दिन के अंत में जब भारत का स्कोर अस्थिर हो गया था, तब पंत और गिल की इस साझेदारी ने भारत को खेल में वापसी करने का मौका दिया।
गिल के अलावा, पंत की पारियों ने भी यह जता दिया कि भारतीय युवा बल्लेबाजों का कोई जवाब नहीं है। उनकी आक्रामक शैली और निर्भीकता ने न्यूज़ीलैंड टीम को धराशाई करने में सफल बनाया। हालाँकि, पंत का संयमित खेल प्रमुखरूप से उनकी बैटिंग को एक अलग स्तर पर ले गया, जो आने वाले मैचों में एक सीख का माध्यम बनेगा।
पंत की उपलब्धियाँ
यह सिर्फ पंत के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक खास पल था। पंत पहले ही श्रीलंका के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए मुकाबले में 28 गेंदों में सबसे तेज भारतीय टेस्ट अर्द्धशतक बना चुके हैं। लेकिन विश्व रिकॉर्ड अभी भी पाकिस्तान के मिस्बाह-उल-हक के पास है, जिन्होंने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 21 गेंदों में अर्द्धशतक दर्ज किया था।
आगामी चुनौतियाँ और भारतीय टीम के लिए संकेत
इस तरह के प्रदर्शन ने भारतीय टीम को नए आत्मविश्वास से भर दिया है। पंत और गिल जैसे युवा खिलाड़ियों की यह जोड़ी भारतीय क्रिकेट को एक उज्ज्वल भविष्य के संकेत देती है। खासकर मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ संतुलित और आक्रामक खेल दिखाने की पंत की क्षमता ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में नया जोश भर दिया है। आने वाले मैचों में इन युवा खिलाड़ियों से उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।