अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – क्या है, क्यों खास और कैसे जश्न मनाएँ?

हर साल 21 जून को भारत से शुरू हुआ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अब पूरे दुनिया में फॉलो किया जाता है। इस दिन लोग सुबह-सुबह पार्क या घर पर सरल आसन करके अपने शरीर‑मन को रीसेट कर लेते हैं। अगर आप अभी तक नहीं जानते कि इसे कैसे मनाया जाए, तो पढ़िए हमारी गाइड, एकदम आसान और प्रैक्टिकल टिप्स के साथ।

योग दिवस का इतिहास: कब और क्यों शुरू हुआ?

1990 में भारत सरकार ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया, लेकिन इसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली 2014 में जब यूएन महासभा ने इस तारीख को आधिकारिक तौर पर अपनाया। तब से हर साल विश्व भर के राजनेता, कलाकार और आम लोग मिलकर योग का प्रचार‑प्रसार करते आए हैं।

2025 में क्या खास होगा? प्रमुख इवेंट्स और ट्रेंड्स

इस साल भारत की राजधानी में ‘वैश्विक योग महोत्सव’ आयोजित हो रहा है, जहाँ 10 लाख से अधिक प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर भी लाइव सत्र उपलब्ध होंगे – आप घर बैठे ही विश्व प्रसिद्ध गुरु के साथ प्राणायाम और आसन सीख सकते हैं। छोटे शहरों में स्कूल और कॉलेज अक्सर ‘योग प्रतियोगिता’ का आयोजन करते हैं, जिससे युवा पीढ़ी को सक्रिय रहने की प्रेरणा मिलती है।

अगर आपके पास समय कम है, तो 10‑मिनट के ‘सुबह योग रूटीन’ ट्राय करें: सूर्य नमस्कार के दो चक्र, फिर आसान वृक्षासन और अंत में श्वास अभ्यास। इस छोटे सत्र से ऊर्जा बढ़ती है और काम पर फोकस बेहतर रहता है।

काफी लोग अब डिजिटल युग की वजह से ‘योग ऐप्स’ का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये ऐप्स वैयक्तिक प्लान, प्रगति ट्रैकिंग और रेमाइंडर फीचर देते हैं, जिससे रोज़ाना अभ्यास बनाए रखना आसान हो जाता है। आप भी एक भरोसेमंद ऐप चुनकर अपना दैनिक लक्ष्य सेट कर सकते हैं।

योग सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। तनाव कम करने के लिए ‘नाड़ी शोधन प्राणायाम’ या ‘भ्रामरी प्राणायाम’ आज़माएँ – बस सुबह खाली पेट 5‑10 मिनट। कई रिसर्च बताती हैं कि नियमित योग से कोर्टिसोल लेवल घटता है, जिससे नींद और मूड दोनों सुधरते हैं।

यदि आप परिवार के साथ जश्न मनाना चाहते हैं, तो बच्चों को भी आसान आसन जैसे ‘बच्चे का कुत्ता’ या ‘गुब्बारा’ सिखाएँ। खेल‑खेल में शारीरिक लचीलापन बढ़ता है और घर में एक सकारात्मक माहौल बनता है।

आजकल कई कंपनियां अपने कर्मचारियों के लिए ‘वर्ल्ड योग डे’ पर विशेष वर्कशॉप आयोजित करती हैं। इससे ऑफिस का तनाव कम होता है और टीम की उत्पादकता बढ़ती है। अगर आपका कार्यस्थल ऐसा नहीं करता, तो आप खुद से एक छोटा सत्र शुरू कर सकते हैं – सिर्फ 15 मिनट, सभी को खुली जगह में ले आएँ और साथ में योग करें।

योग दिवस पर दान या सामाजिक योगदान भी किया जा सकता है। कई NGOs इस दिन मुफ्त स्वास्थ्य जांच, आयुर्वेदिक कंसल्टेशन और योग क्लासेज़ प्रदान करते हैं। आप स्थानीय इवेंट का हिस्सा बनकर समाज को मदद कर सकते हैं।

अंत में याद रखें, योग एक जीवनशैली है, न कि सिर्फ एक बार की एक्टिविटी। रोज़ थोड़ा‑बहुत अभ्यास करने से ही बड़े लाभ मिलते हैं। तो इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर खुद को और अपने आस-पास के लोगों को स्वस्थ रखने का वादा करें – चाहे सुबह 5 वजे या शाम को घर के लिविंग रूम में, बस शुरू कर दें!

प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीनगर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नए योगा अर्थव्यवस्था की बात की

प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीनगर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर नए योगा अर्थव्यवस्था की बात की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व किया। उन्होंने योग की बढ़ती लोकप्रियता और इसके आर्थिक महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्वभर के टूरिस्ट भारत आकर योग सीख रहे हैं और जम्मू-कश्मीर में योग पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।