शेयर बायबैक क्या है? आसान भाषा में समझें

शेयर बायबैक का मतलब है कि कंपनी खुद के जारी किए हुए शेयरों को वापस खरीद लेती है। इस कदम से कंपनी का कुल शेयरों की संख्या घटती है, जिससे बचे हुए शेयरों की वैल्यू बढ़ सकती है। सरल शब्दों में, अगर आपका एक भागीदार आपसे अपना हिस्सा वापस ले ले, तो आपका हिस्सा बड़ा हो जाता है – यही बायबैक का असर है.

शेयर बायबैक के कारण

कंपनियों के बायबैक करने के पीछे कई ठोस कारण होते हैं। सबसे आम कारण अतिरिक्त नकदी को शेयरहोल्डर्स को वापस देना है, खासकर जब कोई बड़े निवेश अवसर नहीं दिखता। दूसरी वजह कंपनी का इम्प्रेशन बढ़ाना – बायबैक से बाजार में यह सन्देश जाता है कि कंपनी अपने शेयरों को महँगा मानती है। कभी‑कभी बायबैक से EPS (प्रति शेयर आय) भी बढ़ती है, जिससे शेयरों पर भरोसा बढ़ता है.

कुछ कंपनियां शेयरबाजार में गिरावट के समय बायबैक के माध्यम से सपोर्ट देने की कोशिश करती हैं। अगर निवेशकों को लगे कि शेयर सस्ते हो गए हैं, तो बायबैक उन्हें फिर से आकर्षित कर सकता है। इससे दोबारा निवेश की संभावना भी बनती है.

निवेशकों के लिए शेयर बायबैक टिप्स

बायबैक के दौरान निवेशकों को कुछ बातों पर ध्यान देना चाहिए। पहला, बायबैक की घोषणा पढ़ें – इसमें कब, कितना और किस कीमत पर बायबैक होगा, ये सब लिखा रहता है. अगर बायबैक कीमत वर्तमान बाजार कीमत से ऊपर है, तो शेयर खरीदना फायदेमंद हो सकता है.

दूसरा, कंपनी की वित्तीय स्थिति देखिए। अगर बायबैक के बाद भी कंपनी के पास मजबूत बैलेंस शीट है, तो यह संकेत है कि बायबैक सिर्फ शेयरधारकों को लाभ पहुँचाने के लिये है, न कि संकट का इशारा.

तीसरा, बायबैक के बाद शेयर की तरलता (लिक्विडिटी) घट सकती है, क्योंकि हाथ में कम शेयर रहेंगे। यदि आप निकट भविष्य में शेयर बेचना चाहते हैं, तो इस बात को ध्यान में रखें.

इन बातों को समझकर आप बायबैक को एक अवसर या जोखिम दोनों रूप में देख सकते हैं। चाहे आप दीर्घकालिक निवेशक हों या ट्रेडर, बायबैक की खबरें अक्सर शेयर मूल्य में तेज़ बदलाव लाती हैं, इसलिए अपडेटेड रहना जरूरी है.

अंत में, शेयर बायबैक एक साधारण लेकिन प्रभावशाली वित्तीय कदम है। सही जानकारी और कुछ बेसिक चेक के साथ आप इस कदम का फायदा उठाकर अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बना सकते हैं. याद रखें, हर बायबैक की कहानी अलग होती है, इसलिए हर बार गहराई से पढ़ें और समझें.

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इन्फोसिस 13,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक पर विचार के लिए 11 सितंबर 2025 को बोर्ड बैठक करने जा रही है। घोषणा से पहले ही शेयर दो दिन में 7% चढ़कर 1,489.50 रुपये पर पहुंचा। कंपनी ने 2022 में 9,300 करोड़ का बायबैक ओपन मार्केट से किया था। इस बार तरीका और प्रीमियम पर नजरें हैं। अल्पकाल में मजबूती संभव, पर मध्यम अवधि के जोखिम बने हुए हैं।