विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' की टिकट खिड़की पर धूम, नौवें दिन ₹286 करोड़ का आंकड़ा पार

विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' की टिकट खिड़की पर धूम, नौवें दिन ₹286 करोड़ का आंकड़ा पार फ़र॰, 26 2025

विक्की कौशल की 'छावा' बॉक्स ऑफिस पर मचा रही है धमाल

विक्की कौशल की ऐतिहासिक फिल्म 'छावा' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है। इस फिल्म ने अपने दूसरे शनिवार को ₹44 करोड़ का कलेक्शन करते हुए भारत में ₹286.75 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। फिल्म का निर्देशन लक्ष्मण उतेकर ने किया है और इसे मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले निर्मित किया गया है। यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों से बढ़कर साबित हुई है और 'स्त्री 2' के दूसरे शनिवार के ₹33.80 करोड़ के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है।

फिल्म की बेजोड़ स्टार कास्ट और आकर्षक कहानी

फिल्म की बेजोड़ स्टार कास्ट और आकर्षक कहानी

फिल्म में विक्की कौशल के साथ रश्मिका मंदाना महारानी येसुबाई के रूप में नजर आ रही हैं, जबकि अक्षय खन्ना मुगल सम्राट औरंगजेब की भूमिका निभा रहे हैं। इसके अतिरिक्त फिल्म में आशुतोष राणा, दिव्या दत्ता और डायना पेंटी भी प्रमुख भूमिकाएं निभा रहे हैं। फिल्म का बेहतरीन प्रदर्शन इसके उच्च ऑक्यूपेंसी रेट्स के चलते संभव हुआ है, विशेष रूप से पुणे में 85.75% और चेन्नई में 81.50% दर्शक संख्या के साथ।

'छावा' न केवल विक्की कौशल के करियर की पहली ₹300 करोड़ कमाई वाली फिल्म के रूप में उभर रही है, बल्कि 2025 की बॉलीवुड की पहली ब्लॉकबस्टर बनने की कगार पर भी है। इससे पहले विक्की की 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' जैसी फिल्में भी इतनी ऊंचाई तक नहीं पहुंच सकी थीं। सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में भी इस फिल्म ने ₹338.75 करोड़ का आंकड़ा छू लिया है, जो इस फिल्म की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है।

20 टिप्पणि

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    Amit Kashyap

    फ़रवरी 27, 2025 AT 07:53
    ये फिल्म तो बस एक फिल्म नहीं, भारत की शान है! विक्की ने अपनी एक्टिंग से दुनिया को दिखा दिया कि हमारे इतिहास को कैसे सम्मान दिया जाए। कोई भी अमेरिकी फिल्म इतना दिल छू नहीं सकती।
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    mala Syari

    फ़रवरी 28, 2025 AT 07:46
    मुगल इतिहास को इतना रोमांटिकाइज़ करना बहुत अजीब है। औरंगजेब को बस एक विलेन बना दिया गया, जैसे वो केवल खून बहाने वाला था। इतिहास तो इतना सरल नहीं होता।
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    Kishore Pandey

    फ़रवरी 28, 2025 AT 23:43
    इस फिल्म के निर्माण में लगी विशेषज्ञता, डिज़ाइन, और ऐतिहासिक शोध का स्तर अत्यंत उच्च है। भारतीय सिनेमा में ऐसा कम ही देखने को मिलता है। यह एक निर्माण की कला है, न कि बस बॉक्स ऑफिस का एक आंकड़ा।
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    Kamal Gulati

    मार्च 2, 2025 AT 20:31
    लोग इसे ब्लॉकबस्टर कह रहे हैं, पर क्या ये सच में कला है या सिर्फ राष्ट्रवादी भावनाओं का फैलाव? हम अपने अतीत को इतना धुंधला क्यों देखते हैं? विक्की तो बहुत अच्छा अभिनेता है, पर ये फिल्म उसकी क्षमता का अंत नहीं है।
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    Atanu Pan

    मार्च 4, 2025 AT 08:38
    मैंने इसे थिएटर में देखा, और असली जादू था ऑडियंस की प्रतिक्रिया में। जब वो बोला 'मैं अपनी ज़मीन के लिए मरूंगा', तो पूरा हॉल चुप हो गया। ऐसा कभी नहीं हुआ।
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    Pankaj Sarin

    मार्च 4, 2025 AT 11:13
    ये फिल्म बस एक बड़ी धमाकेदार गलतफहमी है और लोग इसे इतिहास कह रहे हैं जबकि ये एक नाटक है जिसमें बस नाम और कुछ बातें वैसी ही हैं जैसे पुराने टीवी ड्रामे में थीं।
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    Mahesh Chavda

    मार्च 5, 2025 AT 00:01
    इतना पैसा कमाना अच्छा है लेकिन क्या ये फिल्म वाकई भारत के लिए अच्छी है? हम अपने अतीत को इतना भावुक बनाकर क्या सीख रहे हैं? या बस अपने आप को बड़ा बनाने की कोशिश कर रहे हैं?
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    Sakshi Mishra

    मार्च 5, 2025 AT 18:03
    हर एक शॉट, हर एक शब्द, हर एक निःश्वास... ये फिल्म एक जीवित इतिहास है। जिसने इसे बनाया, उसे श्रद्धांजलि। ये न केवल एक फिल्म है, बल्कि एक अनुभव है जो आपके अंदर की आत्मा को छू जाता है।
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    Radhakrishna Buddha

    मार्च 6, 2025 AT 15:08
    अरे भाई, ये फिल्म तो जानवर है! विक्की ने ऐसा किया जैसे उसके अंदर एक राजा बस गया हो। औरंगजेब वाला दृश्य? दिल दहल गया! अगर तुमने नहीं देखी तो तुमने जिंदगी में कुछ नहीं देखा।
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    Govind Ghilothia

    मार्च 6, 2025 AT 21:46
    यह फिल्म भारतीय संस्कृति के गौरव का एक उत्कृष्ट निरूपण है। इसकी विस्तृत शैली, वेशभूषा, और ऐतिहासिक संदर्भ भारत के वैश्विक प्रतिनिधित्व को बढ़ाते हैं। यह एक ऐसी फिल्म है जिसे विश्व के लिए भारत का दान बनाया जा सकता है।
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    Sukanta Baidya

    मार्च 7, 2025 AT 20:16
    मैंने इसे देखा और लगा जैसे कोई बड़ा बाप बोल रहा हो - 'अरे बेटा, तू भी तो इतना बड़ा बन सकता है!' बस इतना ही, बाकी सब बकवास है।
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    Adrija Mohakul

    मार्च 7, 2025 AT 21:59
    मैंने पुणे में देखा था, और ऑक्यूपेंसी 85% थी! लोग बिना बोले बैठे रहे, बस देख रहे थे। फिल्म ने बस खुद को बता दिया। कोई ज़रूरत नहीं थी बोलने की। बस देखो और समझो।
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    Dhananjay Khodankar

    मार्च 9, 2025 AT 11:33
    मैंने इसे एक छोटे से शहर में देखा, और लोगों की आंखों में चमक थी। ये फिल्म बस एक फिल्म नहीं है, ये एक उम्मीद है। हम अभी भी ऐसी फिल्में बना सकते हैं।
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    shyam majji

    मार्च 11, 2025 AT 04:29
    विक्की का अभिनय शानदार था। बाकी सब ठीक है। लेकिन बस... इतना बड़ा बयान नहीं करना चाहिए था।
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    shruti raj

    मार्च 11, 2025 AT 10:06
    ये सब बातें बस एक धोखा है। फिल्म को इतना पैसा क्यों दिया जा रहा है? क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के पीछे कौन है? वो लोग जो आपके दिमाग को बदलना चाहते हैं! ये नहीं देखना चाहिए था।
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    Khagesh Kumar

    मार्च 12, 2025 AT 05:30
    फिल्म अच्छी है, अभिनय बहुत अच्छा है। बस ये समझो कि ये एक कहानी है, इतिहास नहीं। और जो देख रहे हैं, उनकी खुशी देखकर अच्छा लगा।
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    Ritu Patel

    मार्च 12, 2025 AT 21:49
    ये फिल्म तो बस एक राष्ट्रवादी नाटक है जिसे बड़े बड़े लोगों ने बनाया है ताकि लोग भूल जाएं कि हमारे असली समस्याएं क्या हैं। ये फिल्म तो बस एक शोर है।
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    Deepak Singh

    मार्च 13, 2025 AT 22:27
    फिल्म अच्छी है, लेकिन इसकी सफलता का असली कारण ये है कि लोगों के पास अब कुछ और नहीं देखने को मिल रहा है। बॉलीवुड बस एक ही तरह की फिल्में बना रहा है।
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    Rajesh Sahu

    मार्च 15, 2025 AT 15:18
    इस फिल्म ने देश का नाम रोशन किया! हमारे इतिहास को दुनिया के सामने लाया! अगर तुम इसे नहीं देखा तो तुम भारतीय नहीं हो! जय हिंद!
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    Chandu p

    मार्च 17, 2025 AT 01:47
    मैंने इसे अपने दोस्तों के साथ देखा। वो बस एक बार में बोल उठे - 'ये फिल्म बनाने वाले को नोबेल पुरस्कार देना चाहिए।' और मैं उनसे सहमत हूं।

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