टाटा कैपिटल आईपीओ 2025: ₹15,512 करोड़ की पेशकश 6 अक्टूबर से शुरू

टाटा कैपिटल आईपीओ 2025: ₹15,512 करोड़ की पेशकश 6 अक्टूबर से शुरू अक्तू॰, 7 2025

जब टाटा कैपिटल लिमिटेड, टाटा समूह की वित्तीय शाखा, ने 6 अक्टूबर 2025 को अपना टाटा कैपिटल आईपीओ 2025 लॉन्च किया, तो टाटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन नथराजन चंद्रशेखरन ने इस कदम को समूह की दीर्घकालिक वित्तीय रणनीति का मुख्य स्तंभ बताया। इस सार्वजनिक पेशकश का आकार लगभग रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) द्वारा मंजूर ₹15,512 करोड़ है, जो इस वर्ष भारत में सबसे बड़ा आईपीओ माना जाएगा। मुख्य कार्यालय मुंबई में स्थित इस कंपनी को 30 जून 2025 तक 7.3 मिलियन ग्राहकों की सेवा करने का श्रेय मिला है।

पिछला इतिहास और पृष्ठभूमि

टाटा कैपिटल ने 2007 में अपने लेंडिंग ऑपरेशन्स की शुरुआत की और तब से राष्ट्रीय स्तर पर नॉन‑बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) के रूप में तेज़ी से विस्तारित हुआ है। RBI ने इसे ‘अपर लेयर’ NBFC वर्गीकरण दिया, जिससे कंपनी को उच्च जोखिम मानकों को बनाए रखने की अपेक्षा है। टाटा समूह के भीतर टाटा मोटर्स फाइनेंशियल के साथ हुए रणनीतिक विलय ने कंपनी की ऋण पोर्टफोलियो को और विविध बनाया। इस समय तक कंपनी ने 25 से अधिक लेंडिंग प्रोडक्ट्स को छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों, साथ ही व्यक्तिगत ग्राहकों को पेश किया है।

आईपीओ की प्रमुख शर्तें और टाइमलाइन

आईपीओ का बैंड ₹310 से ₹326 प्रति शेयर के बीच तय किया गया है। कुल तीन दिन की सब्सक्रिप्शन अवधि 6 अक्टूबर (सोमवार) से 8 अक्टूबर (बुधवार) 2025 तक रहेगी, जबकि टाटा कैपिटल ने 3 अक्टूबर को एंकर निवेशकों के लिए अपनी भागीदारी खोली थी। प्रायोजन (फ्रेश इश्यू) के तौर पर ₹6,846 करोड़ जुटाने की योजना है, जबकि मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफ़र‑फ़ॉर‑सेल (OFS) के माध्यम से ₹8,665.87 करोड़ बेचे जाएंगे।

  • न्यूनतम लॉट आकार: 46 शेयर (लगभग ₹14,996)
  • रिटेल निवेशकों की अधिकतम आवेदन सीमा: 13 लॉट (≈ ₹1.95 लाख)
  • अंतिम अलॉटमेंट की संभावित तिथि: 9 अक्टूबर 2025 (गुरुवार)
  • रिफंड और डीमैट क्रेडिट: 10 अक्टूबर 2025 से शुरू
  • सूचीबद्धता (लीस्टिंग) की तिथि: 13 अक्टूबर 2025, बीएसई और एनएसई दोनों पर

ध्यान देने योग्य बात यह है कि टाटा कैपिटल ने नया फंड मुख्यतः टियर‑1 कैपिटल को मजबूत करने और भविष्योन्मुख लेंडिंग विस्तार के लिए earmark किया है।

विशिष्ट आँकड़े और उत्पाद पोर्टफोलियो

कंपनी के कुल बेकार ऋण (स्टेज‑3) अनुपात का आंकड़ा लगभग 2.1% है, जो इंडस्ट्री मानकों से काफी बेहतर माना जाता है। प्रमुख रेटिंग एजेंसियों से AAA रेटिंग मिलने के कारण निवेशकों को अतिरिक्त सुरक्षा का भरोसा मिलता है। लिवरेज रेश्यो 6.5× पर स्थिर है, परन्तु यह भी संकेत देता है कि यदि आर्थिक माहौल में मंदी आई तो जोखिम बढ़ सकता है। टाटा कैपिटल की प्रमुख सेवाओं में शामिल हैं:

  1. सैलरीधारी व्यक्तिगत ऋण
  2. स्वरोज़गारियों के लिए लोन
  3. एसएमई और एंटरप्राइज़ वित्तपोषण
  4. इन्श्योरेंस और क्रेडिट कार्ड वितरण (तीसरे पक्ष के उत्पाद)
  5. वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट इक्विटी फंड के लिए स्पॉन्सरशिप

इन विविधताओं के कारण टाटा कैपिटल को न सिर्फ बैंकिंग सेक्टर से बल्कि उभरते फ़िनटेक कंपनियों से भी कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।

बाजार विशेषज्ञों की राय

वित्तीय विश्लेषकों ने इस आईपीओ को "मध्यम‑उत्साहजनक" कहा है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) वर्तमान में प्रति शेयर ₹8‑₹10 के बीच ट्रेड कर रहा है, जो बैंड से 3‑4% अधिक है। हालांकि, कई विशेषज्ञ इस बात पर बल देते हैं कि GMP अनौपचारिक और उतार‑चढ़ाव वाला होता है, जिससे लिस्टिंग के बाद की वास्तविक कीमत की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो जाता है।

एक निवेश सलाहकार, अनिल मेहरा, ने बताया, "स्ट्रॉन्ग टाटा ब्रांड, उच्च एसेट क्वालिटी और पर्याप्त कैपिटल बफ़र के कारण हम अपेक्षा करते हैं कि यह डेब्यू 2‑4% की सीमित रिटर्न देगा।" दूसरी ओर, क्रेडिट रिसर्च फर्म इकोनॉमिक्स रिसर्च इंक. के प्रमुख विश्लेषक ने कहा, "लीवरेज स्तर और प्रतिस्पर्धी दवाब को देखते हुए, अगर स्टेज‑3 पोर्टफोलियो में कोई गिरावट आई तो शेयर मूल्य पर दबाव पड़ सकता है।"

भविष्य की संभावनाएँ और जोखिम

भविष्य की संभावनाएँ और जोखिम

टाटा कैपिटल के पास अभी भी भारतीय रिटेल और MSME क्रेडिट मार्केट में बड़ी संभावनाएँ हैं। टाटा समूह के अंतर्गत क्लीन‑टेक प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग और सिलिकॉन वैली के फ़िनटेक पार्टनरशिप ने इसको आधुनिक वित्तीय समाधान प्रदान करने में मदद की है। लेकिन बैंकों के डिजिटल परिवर्तन, RBI द्वारा संभावित नियामक tighten‑ing, और वैश्विक आर्थिक मन्दी की अनिश्चितता जैसे जोखिम घटक अभी भी मौजूद हैं।

यदि कंपनी अपने टियर‑1 कैपिटल को प्रभावी ढंग से बढ़ा लेती है, तो वह नए लेंडिंग उत्पादों को लॉन्च कर सकता है, विशेषकर ग्रामीण बाजार में डिजिटल लोन‑ऑफ़रिंग। दूसरी ओर, यदि एसेट क्वालिटी में गिरावट आती है तो वह अपने AAA रेटिंग को भी जोखिम में डाल सकता है।

अगले कदम और निवेशकों के लिए सलाह

निवेशकों को चाहिए कि वह अपनी जोखिम सहनशीलता का मूल्यांकन करें और केवल उस लॉट तक ही निवेश करें जिसे वह सहज महसूस करता है। रिटेल निवेशकों के लिए 13 लॉट की सीमा और न्यूनतम ₹14,996 की राशि एक अवसर हो सकता है, परन्तु उन्हें ग्रे मार्केट प्रीमियम वॉल्यूम को ध्यान में रखते हुए शुरुआती बिंदु चुनना चाहिए। अंत में, टाटा कैपिटल के शेयरों की सूचीबद्धता 13 अक्टूबर से पहले बाजार के अंतःक्रिया पर निर्भर करेगी, इसलिए अपडेटेड समाचार और विश्लेषण पर नज़र बनाए रखें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टाटा कैपिटल आईपीओ में छोटे निवेशकों को क्या लाभ मिल सकते हैं?

छोटे निवेशकों को न्यूनतम 46 शेयरों का लॉट खरीदने का अवसर मिलता है, जिससे ₹14,996 जैसे तुलनात्मक रूप से कम निवेश से टाटा समूह की बड़ी वित्तीय कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है। इससे पोर्टफोलियो में विविधता और टाटा ब्रांड की स्थिरता दोनों मिलते हैं।

आईपीओ के प्राइस बैंड में निवेश करने के क्या जोखिम हैं?

प्राइस बैंड के ऊपर या नीचे कीमतें गिरना या बढ़ना संभव है, विशेषकर यदि ग्रे मार्केट प्रीमियम अस्थिर हो। यदि शेयर सूचीबद्ध होने के बाद बैंड से नीचे गिरते हैं तो शुरुआती निवेशकों को नुकसान सहना पड़ सकता है।

टाटा कैपिटल की लोन पोर्टफोलियो में मौजूदा स्टेज‑3 अनुपात कितना सुरक्षित है?

फरवरी 2025 तक कंपनी का ग्रॉस स्टेज‑3 अनुपात 2.1% रहा है, जो भारत में NBFCs के औसत 4‑5% से काफी नीचे है। इसका मतलब है कि खराब ऋणों का अनुपात नियंत्रण में है, परन्तु आर्थिक मंदी में यह बढ़ सकता है।

क्या टाटा कैपिटल के लिस्टिंग के बाद शेयर मूल्य में तत्काल लाभ की उम्मीद की जा सकती है?

विश्लेषकों का अनुमान है कि शुरुआती 2‑4% की सीमित रिटर्न संभव है। यह मुख्यतः कंपनी की मजबूत बैलेंस शीट और टाटा समूह की ब्रांड वैल्यू के कारण है, परन्तु मार्केट की समग्र भावना और ग्रे मार्केट प्रीमियम भी निर्णायक होंगे।

टाटा कैपिटल के भविष्य के विस्तार के प्रमुख क्षेत्रों में क्या शामिल हैं?

कंपनी अपने टियर‑1 कैपिटल को मजबूत करके रिटेल कर्ज, MSME फाइनेंस, और क्लीन‑टेक प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग को बढ़ाने की योजना बना रही है। टाटा समूह के भीतर सहयोगी इकोसिस्टम के माध्यम से क्रेडिट कार्ड और वेल्थ मैनेजमेंट सेवाओं का भी विस्तार देखा जा रहा है।

1 टिप्पणि

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    reshveen10 raj

    अक्तूबर 7, 2025 AT 21:58

    टाटा कैपिटल का आईपीओ एक माइलस्टोन है, इसे देख कर निवेशकों में भरोसा जागता है। इस अवसर को समझदारी से पकड़ना चाहिए।

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